गुल्हड़ की माला,कुमकुम की थाली
कर लो स्वागत आयी है मईया की सवारी
अपने बच्चो से बहुत वो प्यार करती है
मां है वो खाली झोलीयां भरती है
शारदीय नवरात्र की शुभकामनाएं।

रचना: अनुपमा सिन्हा