वो मर्द हैं…
दिल की बातों को वो जुंबा से कह नहीं पाएंगे,
आखों में तो होंगे आंसू पर छुपा जाएंगे,
जज्बातों से भरा दिल होगा फिर भी संगदिल कह लायेंगे,
मुश्किल हालातों से टकरा कर भी मुस्कुरायेगें।
वो मर्द हैं साहब, दर्द नहीं होता कह कर
सब सहते जाऐंगे।
थोड़ा जो इन्हें हम समझ जाएंगे,
मुश्किलें इनकी आसान कर पाएंगे।