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Poem
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अधूरे ख़्वाब…

कुछ वक्त, कुछ लम्हे यूँ गुज़ारे भी थे। दर्द था, तन्हाई थी, तमन्नाओं के सहारे…

Collections Bezuban
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बेजुबान…

बेजुबान है वो फिर भी, देखते ही कितनी खुशी जता रहा है। सिर्फ दो बिस्किट…

Collections bholenath
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भोलेनाथ

नादान है इंसान ये समझ नहीं पाता है करता वो है मगर सब तु ही…