हे भोलेनाथ

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तेरी मर्जी से चलते सब हैं,
झुकता तेरे आगे हर सर है,
बिन तेरे कुछ होता न हल है,
हे भोलेनाथ तु लेता शरण है,
कर दे कृपा महादेव मुश्किल बड़ा
जीवन का अब यहां हर पल है।

रचना: अनुपमा सिन्हा

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