खर्राटे : कारण व उपचार

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खर्राटों (Snoring) के सबसे सामान्य कारणों में वजन ज़्यादा होना, पीठ के बल सोना, मुंह खोलकर सोना, धूम्रपान और शराब का सेवन, बंद नाक आदि शामिल हैं।
खर्राटे जीभ, गले, मुंह और श्वास नली के कारण हो सकता है। सांस अंदर लेने और छोड़ने पर ये कंपन करते हैं, जिससे खर्राटे आते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब आप सो रहे होते हैं तो शरीर के ये हिस्से शिथिल और संकुचित हो जाते हैं।

खर्राटे की समस्या का कारण (Snoring: causes and treatment)

खर्राटे की समस्या होने के पीछे कई कारण होते हैं। इसकी शुरु आती कारण मोटापा, नाक और गले की मसल्स का कमजोर हो जाना, सर्दी लग जाना, स्मोकिंग, रेस्पिरेट्री समस्या, लंग्स में प्रॉपर ऑक्सीजन न पहुंचना और साइनस की समस्या।

खर्राटे की समस्या को दूर करने के लिए घरेलू उपाय

1.पुदीना ☘️
आप अगर पुदीना (peppermint) का तेल गुनगुने पानी में डालकर गरारा करें तो कुछ ही दिनों में खर्राटे की समस्‍या दूर हो जा सकती है। इसके अलावा अगर आप गुनगुने पानी में पुदीना का पत्‍ता उबालें और उसे पिये तो इससे भी खर्राटे की दिक्कत धीरे-धीरे खत्‍म हो सकती है।

2. दालचीनी 🥓
आप एक गिलास गुनगुना पानी लें और इसमें दो से तीन चम्‍मच दालचीनी (cinnamon) का पाउडर मिलाएं। अब इसे पी लें। ऐसा कुछ दिन निरंतर करें। अंतर अनुभव करेंगे ।

3.लहसुन 🧄
आप लहसुन (Garlic) की एक कली रात में सोने से पहले गुनगुने पानी के साथ निगल लें। आपको खर्राटे से राहत मिलेगी।

4. जैतून तेल 💧
जैतून के तेल (Olive oil) को नाक में डालने से सांस लेने में आने वाली समस्या दूर हो जाती है। हर रात सोने से पहले जैतून तेल की कुछ बूंदे नाक में डाल लेनी चाहिए. इससे धीरे-धीरे खर्राटे की परेशानी भी दूर हो जाती है।

5. देशी गाय का पुराना घी 🫙
देसी गाय का पुराना घी भी आप खर्राटे की समस्या को दूर कर सकते हैं। इसके लिए आपको सबसे पहले देसी घी को हल्का गर्म करना होगा। इसके बाद घी की कुछ बूंदों को नाक में डालने से खर्राटे की समस्या दूर हो जाती है।

6.हल्‍दी 🥐🥐
हल्‍दी (turmeric) के प्रयोग से नाक को साफ किया जा सकता है। इससे सांस लेने में आसानी मिलती है। रोज रात को सोने से पहले एक चम्‍मच हल्‍दी को गर्म दूध में पकाकर पिएं।

7. अणु तेल🫧
आयुर्वेदिक औषधियों से निर्मित अणु तेल का नस्य देने से भी खर्राटे बंद हो जाते हैं।

8. योगासन व प्राणायाम🧘🏻‍♂️🧘🏻‍♀️
श्वसन से संबंधित व्यायाम भी खर्राटों से राहत में अत्यंत प्रभावी माने जाते हैं। प्राणायाम, अनुलोम-विलोम, कपालभाति भ्रामरी , उदगीथ आदि करने से भी खर्राटों की समस्या दूर की जा सकती है।

यदि उपरोक्त जानकारी आपको अच्छी लगी तो आप इसका लाभ उठाये व अन्य लोगो को भी बताये!

किसी भी प्रकार की चिकित्सा सम्बन्धी सलाह हेतु अपनी समस्या विस्तार पूर्वक 7379991999 पर व्हाट्सएप करे या सुबह 10-12 के बीच फोन करें।

एक गोमाता को घर मे जगह दे समय निकालें, ये न कर सकें तो गौशाला या गोपालकों का सहयोग करें, ये भी न कर सकें तो कम से कम गौ उत्पाद व देशी गाय का दूध ही किसी भी कीमत पर लेने का संकल्प करें जिससे अप्रत्यक्ष रूप से गौपालन को मदद होगा व गोमाता बच जाएंगी।

नाड़ी या नाभि परीक्षण के लिए एक दिन पूर्व सम्पर्क कर सुबह खाली पेट आये।

1-पँचगव्य चिकित्सा सेवा केंद्र एवं सम्पूर्ण कायाकल्प योग केंद्र बड़ी गैबी(तपोस्थली महर्षि धन्वन्तरि) काशी उत्तर प्रदेश
2-कान्हा गोकुलम एवं गौविज्ञान अनुसंधान केंद्र अहरौरा ,मिर्जापुर,उत्तर प्रदेश

आपात स्थिति में कभी भी फोन करें या मिले !🙏🙏🙏

 

By: नाड़ी वैद्य सत्येंद्र
MD.पंचगव्य
BEMS. MBEH.(इलेक्ट्रो होम्योपैथी )
DNYS. दिल्ली *(नेचुरोपैथी )
योग प्रशिक्षक(आयुष मंत्रालय)
प्राणिक हीलर

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