कोरोना काल मे नेचुरल लाइफ

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नित्य सुबह तु जग जा भईया।
कुल्ला मंजन करके योग, प्रणायाम ध्यान तू करिह।।
नाक मे तेल लगाके, हल्दी वाला काढ़ा पीह।
दाल, रोटी, सलाद, खाके, घरवे में तू रहिह।।
बहुत जरुरी हो त मास्क लगा जइह।
बहरे क तू कुछ मत खइह, पानी, पीके जीव चलइह।।
घरवे आके काढा पीह, शाम के रोटी, सब्जी खइह।
सरसो तेल लगाई के देहिया मालिश करिह।।
अब कईसंन बा सेहत डॉ० पी० के० से बतलईह।
जहाँ तक होई नेचुरल लाइफ अपनइह।।

रचना- डॉ० पी० के० सिंह
योग व प्राकृतिक चिकित्सक, मधुपुर एवं
योगा ट्रेनर, राजकीय चिकित्सालय, शाहगंज, सोनभद्र।

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