Author admin

Poem he bholenath
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हे भोलेनाथ

तेरी मर्जी से चलते सब हैं, झुकता तेरे आगे हर सर है, बिन तेरे कुछ…

Poem Unki-Tasveer
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उनकी तस्वीर…

उनकी तस्वीर कहीं दिल में छुपा कर बैठे, इश्क में हम तो अपनी जान गँवा…

Collections Shivratri
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शिवरात्रि

सजा कर रूप अडभंगा कर के नंदी की सवारी, संग भूतों की टोली लिये देखो…

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