Browsing: Anupma

Poem Trinetra
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त्रिनेत्र धारी

गंगा के आवेग को तूने जटाओं में है संभाला विष भरे नागों की पहने है…

Collections Bezuban
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बेजुबान…

बेजुबान है वो फिर भी, देखते ही कितनी खुशी जता रहा है। सिर्फ दो बिस्किट…

Collections bholenath
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भोलेनाथ

नादान है इंसान ये समझ नहीं पाता है करता वो है मगर सब तु ही…