Browsing: Lila Dhar

Poem Lila sang holi
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लीला संग होली

चलो रंगों से करके बात, रंगों को बुलाते हैं। खुशियों के हसीं रंगों में, मिलकर…

Poem Dil-dhadakta-hai
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दिल धड़कता है…

सुनाई देती है तेरी आवाज़ मुझको धीरे धीरे क्यों, मैं जब भी,जहां जाता हूं.दिल में…

Poem apni-beti
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अपनी बेटी…

न हँसती है न रोती है, वो बस चुपचाप लेटी है, दरिंदों ने जिसे लूटा…

Poem Beti
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बेटी…

बना हूंँ मैं पिता जब से मेरी पहचान बेटी है, दुआओं में जिसे पाया है…

Poem Maa-ki-yaad
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माँ की याद

वो माँ की गोद में बीता जमाना याद आता है, कभी हंसना, कभी रोना, बिलखना…

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