शब्द ही निःशब्द
ये शब्दों की व्यथा देखो, जो न कह पाए तो क्या देखो। शब्दों की सी…
ये शब्दों की व्यथा देखो, जो न कह पाए तो क्या देखो। शब्दों की सी…
ये जीवन है बड़ा छोटा मगर लंबी कहानी है, कोई अपना समझ पाए तो बस…
क्या नाम दूं मैं उस रिश्ते को, जिस में थोड़ा सा प्रेम नहीं। बस मतलब…
छूता है वही लब जो हृदय के पास होता है, नजर से दूर वालों की तो…
निगाहों में जो लाए हो, मेरे दिल में यहां रख दोl नफरत हो मोहब्बत हो…
कोई सोना बताता है कोई चांदी बताता है, कोई पत्थर समझ कर के उसे ठोकर…
वो माँ की गोद में बीता जमाना याद आता है, कभी हंसना, कभी रोना, बिलखना…
ऐ जिंदगी, चल फिर एक ख़्वाब सजाते हैं, ख़ुशी पास नहीं तो क्या गम से…
दिल की धड़कन बड़ी बेदर्दी इसने मुझे रुलाया, जाने कौन घड़ी थी जिसमे ये दिल…