Browsing: Monday Motivation

Poem Har-Har-Mahadev
0

हर हर महादेव

तुझे ढूढंते नगरी नगरी, भक्त तेरे अज्ञानी है, बसता है तू मन के भीतर, ये…

Poem Trinetra
0

त्रिनेत्र धारी

गंगा के आवेग को तूने जटाओं में है संभाला विष भरे नागों की पहने है…

Poem jai-bhola-bhandari
0

जय भोला भण्डारी

जटाओं मे है तेरी मां गंगा मस्तक तेरा त्रिनेत्र धारी त्रिशूल से करता संघार तो…