इश्क…
अल्फाजों की चाहत किसे है, हमें तो इश्क तेरी खामोशियों से है। हाल तो पूछ…
अल्फाजों की चाहत किसे है, हमें तो इश्क तेरी खामोशियों से है। हाल तो पूछ…
मैं अपनी नजरों से लक्ष्य को भटकाऊ कैसे, वंहा मुझे तेरा चेहरा नजर आता है,…
ऐ जिंदगी, चल फिर एक ख़्वाब सजाते हैं, ख़ुशी पास नहीं तो क्या गम से…
चलो फिर से मोहब्बत कर लेते है, तुम भर देना हर जख्म मेरे, हम तुम्हारे…
मेरे होके मुझी को सताने लगे, जाने कैसा कहर मुझपे ढाने लगे , चोट ऐसी…