इश्क…
अल्फाजों की चाहत किसे है, हमें तो इश्क तेरी खामोशियों से है। हाल तो पूछ…
अल्फाजों की चाहत किसे है, हमें तो इश्क तेरी खामोशियों से है। हाल तो पूछ…
भाई ये कहानी है अजीब प्यार के अजीब दास्तान की हम हैं न….! ऐसे ही…
दर्द जो अपने बताये मैंने तो दोस्त वो इलाज बता रहा है, गम की दवा…
दिल की धड़कन बड़ी बेदर्दी इसने मुझे रुलाया, जाने कौन घड़ी थी जिसमे ये दिल…
आरज़ू, रस्म अदायगी के रिश्तों की नहीं हमे, चाहत है तो बस यही की दिल…
मेरे होके मुझी को सताने लगे, जाने कैसा कहर मुझपे ढाने लगे , चोट ऐसी…
सिर पे जो तेरा हाथ हो निराली फिर तो हर बात हो तेरे जटाओं की…