Song Name: Mohabbat Ke Kabil (मोहब्बत के काबिल)
Singer(s): Salman Ali
Lyricist(s): Ravi Chopra
Music(s): Shiva Chopra
Music Label: BJS Music
इतनी जल्दी तो बदलते नहीं मौसम कभी,
जितनी जल्दी बदल दी अपनी मोहब्बत तुमने,
बाखुदा और किसी पे ये करम मत करना,
जिस तरह दिल पे मेरे की है इनायत तुमने।
तुम तो कहते थे हम लाज़मी हैं सनम
तुम तो कहते हैं हम लाज़मी है सनम
ख्वाब वाली हर एक रात के वास्ते
मन्नतें मिन्नतें क्या न करते थे तुम
हमसे इक मुलाकात के वास्ते
ये कहानी मगर तब की है जब
हम हुए तुमको हासिल नहीं थे
आज तुमको पता ये चला है
हम मोहब्बत के काबिल नहीं थे
आज तुमको पता ये चला है
हम मोहब्बत के काबिल नहीं थे
हम मोहब्बत के काबिल नहीं थे
क्यों हथेली पे अपनी हमेशा मुझे
नाम लिख के मेरा दिखाते रहे
वो खुदा भी तो होगा ज़रा सा खफा
जिसकी झूठी कसम रोज खाते रहे
वो बात शायद तुम्हें आज भी याद होगी
जो कल याद थी
दो चार दिन हम तुम्हें न मिले थे
तो आंखों में फरियाद थी
दिल धड़कता नहीं था तुम्हारा
हम जो धड़कन में शामिल नहीं थे
आज तुमको पता ये चला है
हम मोहब्बत के काबिल नहीं थे
हम मोहब्बत के काबिल नहीं थे
आज भी उस गली में ही है घर मेरा
जागते थे तुम्हारे सवेरे जहां
मेरे कमरे में अब तक वो मौजूद है
छोड़ जाते थे जो इश्क वाले निशान
हमने कभी शर्त रक्खी ना कोई
कहा जो तुम ने कहा
अब फासले याद आए तुम्हें
फासला का कोई जब रहा
डूब जाते थे जब इस नजर में
याद तब तुमको साहिल नहीं थे,
आज तुमको पता ये चला है,
हम मोहब्बत के काबिल नहीं थे,
हम मोहब्बत के काबिल नहीं थे।