तन भी तेरा, मन भी तेरा
तेरी ही प्रभु ये काया है,
क्या करना है मोह माया का
मेरे हर रोम में महादेव समाया है ।
रचना: अनुपमा सिन्हा
तन भी तेरा, मन भी तेरा
तेरी ही प्रभु ये काया है,
क्या करना है मोह माया का
मेरे हर रोम में महादेव समाया है ।
रचना: अनुपमा सिन्हा