Browsing: Poem

Collections Bezuban
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बेजुबान…

बेजुबान है वो फिर भी, देखते ही कितनी खुशी जता रहा है। सिर्फ दो बिस्किट…

Collections bholenath
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भोलेनाथ

नादान है इंसान ये समझ नहीं पाता है करता वो है मगर सब तु ही…

Poem mard
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वो मर्द हैं…

वो मर्द हैं… दिल की बातों को वो जुंबा से कह नहीं पाएंगे, आखों में…